बुधवार, 21 सितंबर 2011

टेम्पल सिटी में शराब की अवैध बिक्री

0 आबकारी विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई

उच्च न्यायालय के आदेश पर धार्मिक नगरी शिवरीनारायण में शासन द्वारा शराब की बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है और बकायदा इसकी निगरानी के लिए कार्यालय खोलकर पहरेदार नियुक्त किया गया है, बावजूद इसके शराब माफिया खुलेआम होटल, ढाबों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शराब की अवैध बिक्री कर रहे हैं।
जांजगीर-चांपा जिले के नगर पंचायत शिवरीनारायण में कई मंदिर स्थित हैं, जिसके कारण लोगों की आस्था यहां से जुड़ी हुई है। इसी के चलते कुछ वर्ष पहले शिवरीनारायण को शासन ने टेम्पल सिटी का दर्जा दिया है। वहीं उच्च न्यायालय द्वारा इस नगर में शराब बिक्री पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है। शासन के आदेश के तहत् इस नगर में एक भी लायसेंसी शराब दुकान नहीं है, फिर भी यहां देसी और विदेशी शराब की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। शराब माफिया नगर के होटल, ढ़ाबों और कई दुकानों से लोगों को शराब बेंच रहे हैं। इससे नगर का माहौल खराब होने के साथ ही उच्च न्यायालय के आदेश का खुला उल्लंघन हो रहा है। साथ ही शासन को लाखों के राजस्व की हानि हो रही है। नगर में शराब की अवैध बिक्री का नागरिक लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। जब कभी भी नगर के लोगों एवं समाज सेवी संस्थाओ द्वारा शराब की अवैध बिक्री के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की जाती है, तब आबकारी विभाग महज एक-दो पाव की जब्ती बनाकर खानापूर्ति करता है, जबकि उसके बाद शराब की अवैध बिक्री फिर शुरु हो जाती है। उल्लेखनीय है कि बीते 15 अगस्त को भी इस धार्मिक नगरी में शराब बिक्री धड़ल्ले से जारी रही, जिसे रोकने वाला कोई नहीं था। मीडिया द्वारा इस मामले को उठाए जाने पर आबकारी विभाग के अफसर तिलमिला गए और खुद को पाक-साफ साबित करने के लिए17 अगस्त को नगर एक दो स्थानो पर एक-दो प्रकरण बनाकर फिर खानापूर्ति कर दी। बताया जाता है कि शराब माफियाओं द्वारा लायसेंसी दुकानों के लिए राजस्व के रूप में खर्च की जाने वाली राशि अब आबकारी विभाग व स्थानीय प्रशासन को चढ़ावे के रूप में दी जा रही है, जिसके कारण शासन की नई आबकारी नीति और कानून का असर टेम्पल सिटी में नहीं दिख रहा है।

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